लोकसभा की चार और विधानसभा की दस सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम गुरुवार को आने के बाद भाजपा सरकार में हड़कंप सी मच गई है | कारण यह है कि उत्तर प्रदेश के कैराना और नूरपुर उपचुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ रहा है | आखिरकार विपक्षी एकजुटता बीजेपी पर भारी पड़ती दिखाई दे रही है | यूपी के कैराना में विपक्षी याराना ने अपना जादू चला दिया है | हालाँकि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जी ने अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार भी किया पर सब धरा का धरा ही रह गया और बाजी मार दी आरएलडी की तब्बसुम हसन ने | जी हां कैराना में आरएलडी उम्मीदवार तब्बसुम हसन ने बीजेपी की उम्मीदवार मृगांका को 44618 वोटों से हरा दिया |
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दरअसल यह सीट हुकुम सिंह के निधन के बाद खाली हो गई थी | जिस कारण बीजेपी ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को इस उपचुनाव में यहाँ से उम्मीदवार घोषित किया था | आरएलडी की तब्बसुम जीत के बाद बहुत खुश हैं और उन्होंने कहा कि यह उनकी एकजुटता की जीत है और वे इस जीत के लिए सभी का धन्यवाद करती हैं | उसी तरह, यूपी के नूरपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के नईम उल हसन ने बीजेपी उम्मीदवार अवनी सिंह को हराकर बीजेपी के गढ़ को अपना बना लिया है | बता दें कि यह सीट बीजेपी के लोकेन्द्र सिंह चौहान के निधन के बाद खाली हो गई थी | और इस सीट पर लोकेन्द्र सिंह की पत्नी अवनी सिंह बीजेपी उम्मीदवार बनकर लड़ रही थीं |
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हार के बाद अवनी सिंह ने कहा “हार स्वीकार है पर दुख नही है | हम जनता की शिकायत दूर करेंगे | बीजेपी ने जनता के लिए निःस्वार्थ सेवा की है |” फिलहाल उपचुनावों में बीजेपी को मिली हार उनके लिए 2019 में होनेवाले लोकसभा चुनावों के रास्ते और कठिन बनाते हुए दिख रही है | पीएम मोदी समेत बीजेपी के दिग्गज नेताओं को आत्ममंथन करना ही होगा क्योंकि विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी को पस्त करने में लगी हुई है | हालांकि बीजेपी को वोटिंग तो अच्छी मिली पर विपक्षी एकजुटता उनकी इस हार का कारण बनी है | बता दें कि इस उपचुनाव में बीजेपी केवल चमोली जिले की पराली सीट एवं महाराष्ट्र के पालघर सीट पर ही जीत का परचम लहरा पाई है |
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